भारत निर्वाचन आयोग का राजनीतिक दलों के साथ सबसे बड़ा संपर्क अभियान

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*मुख्य निर्वाचन अधिकारियों, जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के स्तर पर 4,719 बैठकें आयोजित; देश भर में 28,000 से अधिक पार्टी प्रतिनिधियों ने भागीदारी की*
2 अप्रैल.

भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने देश भर में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ), जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) और मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के स्तर पर राजनीतिक दलों के साथ व्यापक एवं योजनाबद्ध तरीके से संपर्क स्थापित किया है. बीते 25 दिनों की अवधि में 31 मार्च तक विभिन्न स्तर पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ कुल 4,719 बैठकें आयोजित की गईं हैं. इनमें मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा 40 बैठकें, जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा 800 बैठकें और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा 3,879 बैठकें शामिल हैं, जिनमें देश भर में राजनीतिक दलों के 28,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) श्री ज्ञानेश कुमार, निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी द्वारा 4-5 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के सम्मेलन के दौरान जारी किए गए निर्देशों के अनुसार ये बैठकें आयोजित की गईं.
आयोग की ओर से इस विशेष संपर्क अभियान का उद्देश्य संबंधित सक्षम प्राधिकारी, यानी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी या मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनावी प्रक्रिया से जुड़े किसी लंबित मुद्दे को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 और 1951, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम, 1960, चुनाव संचालन नियम, 1961 और समय-समय पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मैनुअल, दिशानिर्देशों और निर्देशों के अनुरूप मौजूदा कानूनी ढांचे के भीतर हल करना है. इस क्रम में अग्रिम आकलन के लिए सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है. यदि मौजूदा कानूनी ढांचे के भीतर कोई मुद्दा अनसुलझा रहता है, तो आयोग के स्तर पर उसका निस्तारण किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि विभिन्न राजनीतिक दलों से भी इस सम्पर्क अभियान को भरपूर सराहना मिली है. इस दौरान विधानसभा क्षेत्रों, जिलों और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में राजनीतिक प्रतिनिधियों की सक्रिय और उत्साही भागीदारी रही है. देश भर में हुई बैठकों की तस्वीरें भारत निर्वाचन आयोग के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर देखी जा सकती हैं: ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️💧💧💧💧💧💧🍰🍰🍰🍰 *एक जिला-एक उत्पाद*
*बीकानेरी नमकीन विनिर्माता इकाइयों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू*

बीकानेर,2 अप्रैल।

राज्य के जिलों को एक जिला-एक उत्पाद के तहत चयनित उत्पादों के आधार पर उस जिले को एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करने के लिए 8 दिसंबर 2024 को एक जिला एक उत्पाद नीति 2024 अधिसूचित की गई है। यह योजना 31 मार्च 2029 तक प्रभावी रहेगी।
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र महाप्रबन्धक मंजू नैण गोदारा ने बताया कि जिले में ‘एक जिला एक उत्पाद’ नीति के तहत बीकानेरी नमकीन का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि योजनांतर्गत ओडीओपी उत्पाद से संबंधित नवीन सूक्ष्म एवं लघु उद्यम स्थापित करने हेतु विभिन्न लाभ देय होंगे। इनमें मार्जिन मनी अनुदान, स्टॉल रेंट अनुदान, आईपीआर ,ई-कॉमर्स प्लेटफोर्म फीस पुर्नभरण सहायता, उन्नत प्रौद्योगिकी / सॉफ्टवेयर अधिग्रहण हेतु सहायता इत्यादि ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से देय होंगे।
महाप्रबंधक ने बताया कि योजनांतर्गत ओडीओपी पंजीकरण की प्रक्रिया के लिए आवेदन एसएसओ पोर्टल पर ऑनलाइन कर दिया गया है। जिले से संबंधित ओडीओपी इकाईयां https://swcs.rajasthan.gov.in/ODOP/OneDistOneProduct/Dashboard लिंक के माध्यम से पोर्टल पर अपना ओडीओपी पंजीयन करवा सकती हैं।
[02/04, 5:21 pm] Hari shankar acharya: *मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में जिले के 2 हजार 656 वरिष्ठ नागरिकों ने की तीर्थ स्थलों की निःशुल्क यात्रा*
बीकानेर, 2 अप्रैल। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में राज्य सरकार के वर्तमान कार्यकाल के दौरान जिले के 2 हजार 656 वरिष्ठ नागरिकों ने वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत विभिन्न तीर्थ स्थलों की निःशुल्क यात्रा की है। राज्य सरकार की इस पहल की बदौलत अनेक वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थ स्थलों की यात्रा का सपना साकार हुआ है।
राज्य सरकार द्वारा देश के विभिन्न धार्मिक क्षेत्रों और नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर सहित विभिन्न तीर्थ स्थलों पर वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क यात्रा करवाई जाती है। ऐसे बुजुर्ग जो आर्थिक कारणों से इन स्थलों पर नहीं जा सकते, उन्हें सम्मान स्वरूप तीर्थयात्रा करवाने के लिए राज्य सरकार द्वारा यह ऐतिहासिक योजना चलाई जा रही है।
इसी श्रृंखला में बीकानेर जिले में देवस्थान विभाग द्वारा दिसंबर 2023 से मार्च 2025 तक 2 हजार 656 वरिष्ठ नागरिकों को रेल व हवाई मार्ग से निःशुल्क तीर्थ यात्रा करवाई जा चुकी है। विभाग ने रेल से रामेश्वरम-मदुराई, हरिद्वार-ऋषिकेश-अयोध्या, तिरूपति, कामाख्या, जगन्नाथपुरी, द्वारकापुरी सोमनाथ, गंगासागर, हरिद्वार-ऋषिकेश-अयोध्या-वाराणसी-सारनाथ की यात्रा में लगभग 2 हजार 458 वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाएं। इसी प्रकार हवाई जहाज से यात्रा करके 198 वरिष्ठ नागरिकों ने पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू के दर्शन किए। यात्रा के दौरान राज्य सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की हर सुविधा एवं जरूरत का ध्यान रखा जाता है। देवस्थान विभाग द्वारा यात्रा से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं और व्यय किया जाता है।
*रेल से इन धार्मिक स्थलों की होती है यात्रा*
देवस्थान विभाग द्वारा रेल के जरिए देश के 15 धार्मिक स्थलों की तीर्थ यात्रा कराई जाती है। इनमें रामेश्वरम, जगन्नाथ पुरी, तिरुपति, द्वारकापुरी, वैष्णो देवी, प्रयागराज, मथुरा-वृंदावन-बरसाना, सम्मेदशिखर-पावापुरी-बैजनाथ, उज्जैन-ओंकारेश्वर-त्र्यंबकेश्वर, गंगासागर, कामाख्या, हरिद्वार-ऋषिकेश-अयोध्या, मथुरा-अयोध्या, बिहार शरीफ एवं वेलंकनी चर्च-तमिलनाडु शामिल हैं।

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